शीर्षक: तेरे सिवा मेरा कोई नहीं
शीर्षक: तेरे सिवा मेरा कोई नहीं
हरा - इच्छाओं का प्रतिनिधित्व करनेवाला
हे आदिशक्ति, हे जगदंबा,
तू महागौरी, तू ही अंबा,
इच्छित फलदाता कोई नहीं।
माता बिन मेरा कोई नहीं।।
अष्टम देवी, माँ पार्वती,
तू सर्वशक्ति, तू शैलसुता,
तुझ बिन वरदाता कोई नहीं।
माता बिन मेरा कोई नहीं।।
कल्याणकारिणी, क्लेशहारणी,
तू चंद्रकला, तू ही दुर्गा,
संकटहर्ता अब कोई नहीं।
माता बिन मेरा कोई नहीं।।
माँ हरा रंग, करतीं धारण,
तू अति सुंदर, तू मनभावन,
तुझ जैसा कोमल कोई नहीं।
माता बिन मेरा कोई नहीं।।
संशय हरणिं, दारिद्रहरिम्,
तू जगजननी, तू महाप्रिया,
भवसागर तारिणी कोई नहीं।
माता बिन मेरा कोई नहीं।।
हे अन्नपूर्णा, हे भूधरजा,
तू अति पवित्र, तू ही सरिता,
'स्मृति' के हृदय में कोई नहीं।
माता बिन मेरा कोई नहीं।।