शीर्षक:करवाचौथ सुहाना
शीर्षक:करवाचौथ सुहाना


आज का दिन हुआ सुहाना...!
करवाचौथ दिन है मनाना..!!
हर पल तुझे सोचना
तुझे ही छलनी में निहारा
ख्यालों में बस तुझे ढूँढना
यही करवाचौथ में बहाना
आज का दिन हुआ सुहाना...!
करवाचौथ दिन है मनाना...!!
जिन्दगी का हर एक पल हुआ सुहाना
जब से तू बस गया हैं इन नैनो में सजना
तेरे ही सपनो में सिमट गई हूँ मैं सजना
अपनी ही जिन्दगी को भूल गई हूँ मैं सजना।