शहीद वंदन
शहीद वंदन
शत शत वंदन भारत भूमि को
शत शत वंदन हर वीर शहीद को।
सलाम करते उस जज़्बे जुनून को
बेटे की कुर्बानी देती हर माता को।
जब तिरंगा फहराता है, बड़ा गर्व हमें होता है
देश पर मर मिटे वीरों पर नाज़ हमें होता है।
जिन्होंने देश महफूज़ रखने का हर नियम पाला
जान हथेली पर रखकर अपना चोला रंग डाला।
भूलें नहीं शहादत उनकी, ऐसा वचन हम लेते हैं
धर्म जाति के नाम पर दंगे न करने का प्रण करते हैं।
चारों ओर खुशहाली होगी, यह वादा हम करते हैं
अपने प्यारे हर भाई को शांन्ति का पैगाम देते हैं।
देश के इतिहास,भूगोल, भाषा से बहुत ही प्यार करते हैं
इसके असंख्य अगाध भंडार से सबकी झोली भरते हैं।
इसकी मिट्टी के क्या गुणगान करूं, उसी से रौशन है हर कोना
धन्य हो जाऊं मैं अगर इसकी खातिर जीवन भी पड़े खोना।
चाहत एक ही रहती है, सरहद से हर सैनिक घर लौटे
मोहब्बत उसकी आबाद रहे, मां की ममता पलती रहे।
शंखनाद से स्वागत हो, घर उसका गुलज़ार रहे
हर मन गीत खुशी के गाए, वतन मेरा आज़ाद रहे।