क्यूँ
क्यूँ
'काफ़िर' संजीदा सवालात पे हंगामा क्यूँ,
दागदार चेहरे पे शराफ़त का जामा क्यूँ।
पैसों की भूख है तो शौक़ से खाओ, मगर
फ़िजूल का ये ईमानदारी का ड्रामा क्यूँ॥
'काफ़िर' संजीदा सवालात पे हंगामा क्यूँ,
दागदार चेहरे पे शराफ़त का जामा क्यूँ।
पैसों की भूख है तो शौक़ से खाओ, मगर
फ़िजूल का ये ईमानदारी का ड्रामा क्यूँ॥