Neha Yadav
Drama
गरीबों को अच्छा दिल चाहिए
ठाठ बाठ तो अमीरों की शान है, साहब !
यादों की बारि...
देशहित में
घर छोड़ जाने क...
मकाम हैं हम
मैं तुम का भे...
सच्चाई
वो पहली मुलाक...
विश्वास
संवेदनशील नार...
बहारें
खुशियों को पाने की कोई चाह थी, या बस, गमों से बचने की बेचैनी सी, खुशियों को पाने की कोई चाह थी, या बस, गमों से बचने की बेचैनी सी,
मुझे ही कुछ करना होगा कुछ को अब साबित करना ही होगा मुझे ही कुछ करना होगा कुछ को अब साबित करना ही होगा
जब मैं अपनी नम आंखों को सहेजते हुए लंबी सांस लेता हूँ जब मैं अपनी नम आंखों को सहेजते हुए लंबी सांस लेता हूँ
परंतु कुछ दर्द वक्त के साथ हमेशा के लिए हो जाते है परंतु कुछ दर्द वक्त के साथ हमेशा के लिए हो जाते है
फिर कभी मिले, या ना मिले राहों पर ये मौका ये पल हमें नहीं खोना चाहिए फिर कभी मिले, या ना मिले राहों पर ये मौका ये पल हमें नहीं खोना चाहिए
मजबूर हूँ थोड़ा मगर मैं मगरूर नहीं हूँ। मजबूर हूँ थोड़ा मगर मैं मगरूर नहीं हूँ।
धरर धरर धर धरती गाज़े, गड़ड़ गड़ड़ गड़ अंबर गाज़े।... धरर धरर धर धरती गाज़े, गड़ड़ गड़ड़ गड़ अंबर गाज़े।...
कभी मां की ममता प्यारी और न्यारी, फूलों ने छुपी खुशबू सी भीनी भीनी, कभी मां की ममता प्यारी और न्यारी, फूलों ने छुपी खुशबू सी भीनी भीनी,
हर मोड़ पर नये सपने आते है रोज सामने हर मोड़ पर नये सपने आते है रोज सामने
दिल से तुझ को इश्क करता हूँ सज़ा भुगतने को भी तैयार हूँ, दिल से तुझ को इश्क करता हूँ सज़ा भुगतने को भी तैयार हूँ,
मगर क्यों कोई परवाह नज़र नहीं आती पीछे भंवर हैं और किनारे भी करीब हैं मगर क्यों कोई परवाह नज़र नहीं आती पीछे भंवर हैं और किनारे भी करीब हैं
सारे नेता चोर है, किवाड़ लगाए रखे। सारे नेता चोर है, किवाड़ लगाए रखे।
मोहब्बत के दायरे में बेबस मेरे आज ने अपने कल को चुना था मोहब्बत के दायरे में बेबस मेरे आज ने अपने कल को चुना था
शायरी इसलिए भी करता हूं और कुछ भी मैं कर नहीं सकता शायरी इसलिए भी करता हूं और कुछ भी मैं कर नहीं सकता
माना की उलझनें बहुत है जिंदगी में, मगर फिर भी कुछ तो बात है जिंदगी में, माना की उलझनें बहुत है जिंदगी में, मगर फिर भी कुछ तो बात है जिंदगी में,
वैसे तो सितारों से भरा हुआ है आसमान मिला वैसे तो सितारों से भरा हुआ है आसमान मिला
तुम मैं आप यही लहजे है तबाह के पहले लक्षण चंद मुस्कुराहट में बिसरा दिये जाते गम के बाद तुम मैं आप यही लहजे है तबाह के पहले लक्षण चंद मुस्कुराहट में बिसरा दिये जाते ...
पर जीवन में खुशियों की जब बारी है आती पर जीवन में खुशियों की जब बारी है आती
मास आता श्रावण का घनघोर घटा उमड़ती है मास आता श्रावण का घनघोर घटा उमड़ती है
कितनी दूर चला आया हूँ मैं, ज़िंदगी की इस लम्बी यात्रा में, कितनी दूर चला आया हूँ मैं, ज़िंदगी की इस लम्बी यात्रा में,