सब ही करें सभी को प्यार
सब ही करें सभी को प्यार
हमारा सुखमय होगा संसार,
सब ही करें सभी को प्यार।
अपनेपन का सबके संग विचार,
सारी वसुधा ही हो एक परिवार।
संस्कृति भारत की आदिकाल से,
यही हैं हम सब आर्यों के संस्कार।
हमारा सुखमय होगा संसार,
सब ही करें सभी को प्यार।
सदा लोभ से ही मुक्त रहे हम,
न छीना है किसी का अधिकार।
परहित में त्याग के बहु प्रसंग हैं,
ले रहा सीख जिनसे सारा संसार।
हमारा सुखमय होगा संसार,
सब ही करें सभी को प्यार।
आज विश्व में है कीर्ति हमारी,
आशा से देखती दुनिया सारी।
आर्य संस्कृति अखिल विश्व में,
ज्ञान ज्योति का हो रहा प्रसार।
हमारा सुखमय होगा संसार,
सब ही करें सभी को प्यार।
आतंकवाद के समूल नाश हित,
मिल जुलकर हम कर रहे प्रयास।
विश्वगुरु के दायित्व निर्वहन हित,
आज मां भारती है बिल्कुल तैयार।
हमारा सुखमय होगा संसार,
सब ही करें सभी को प्यार।