रूह
रूह
कोरे मन पर मेरे तुम अपनी कलम चला दो।
चाहे पूरी स्याही ले लो।
लेकिन मुझे, मेरी रूह से मिला दो
तेरी तस्वीर बनाने की,
दिल ने आज, क्या खूब सोची है।
लहू के कतरों से, रंग भरने की, कोशिश की है।
रंग फीके हो, हो नहीं सकता।
प्यार में कोई कमी आए, सोच नहीं सकता।