रक्षक
रक्षक
गली मोहल्ले सब थे चुप
कोरोना का घूम रहा था असुर
खिड़की दरवाजे सबके थे बंद
घरों में लोग हुए नज़र बंद
बस ऐसे में थे कुछ शूरवीर
जो डरे नहीं मुश्किलों से कभी
लोगों की सुरक्षा जिनका था लक्ष्य
पुलिस विभाग ने दिखाया भविष्य
लोगों को जागरूक किया
डरे हुओं को हौसला दिया
कर्तव्य का निर्वहन करके
देश को सुरक्षित किया।