Rajesh Mishra
Others
उन्होंने हमसे पूछा आदमी से
आदमी का रिश्ता
मिटता जा रहा है क्यूँ
हमने कहा इसे समझिए कुछ यूं
रिश्ता एक मधुर रस है
जो दिलों में पनपता है
आज हर आदमी के दिल में
एक बड़ा सा छेद है(द्वेष का)
जिसमें से ये रिसता है
अमानुष (हथिनी...
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