रिश्ते
रिश्ते
रिश्तों की परवरिश मिलकर होती है
जीवन की गाड़ी चार पहियों पर ही चलती है
अनबन तो चलती रहती है
लेकिन डोर की मज़बूती
कभी ढीली नहीं पड़ती है ।
जब लहज़े में निखार होता है,
हर पल खुशी का ही अहसास होता है ।
शब्दों में ख़ुशियों की महक का जादू बेतहाशा उल्लासित करता है
फिर तो गांठों का बनना नामुमकिन सा होता है
और हर रोज़ एक अनोखे सपने जैसा लगता है ।।