रहता है
रहता है
बहुत नाजुक है खिलौनों की तरह रहता है।
मेरा महबूब उम्मीदों की तरह रहता।
देख कर तुमको मचल जाता है बच्चों की तरह।
दिल मेरा सीने में बच्चों की तरह रहता है।
वह मुझे छोड़ कर जाता है तो याद आता है।
वह मेरी आंख में अश्कों की तरह रहता है।
मेरे सीने में धड़कता है मगर बस में नहीं।
दिल तो मेरा है पर गैरों की तरह रहता है।
छोड़ कर रोज चला जाता है कमाने को।
वो मेरे साथ परिंदों की तरह रहता है।
मेरी आंखों में छुपा रहता है चेहरा तेरा।
जागती आंख में ख्वाबों की तरह रहता है।
अंधेरी रात में उसके मोहब्बत के चिराग़।
सगीर दिल में उजालों की तरह रहता है।