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Sudhir Srivastava

Inspirational

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Sudhir Srivastava

Inspirational

रघुवीर सहाय

रघुवीर सहाय

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जन्मदिन विशेष


नौ दिसंबर उन्नीस सौ उनतीस 

लखनऊ में जन्में थे रघुवीर सहाय,

उन्नीस सौ इक्यावन में 

लखनऊ विश्वविद्यालय से 

अंग्रेज़ी में एम.ए. पास किया।

करने लगे फिर पत्रकारिता

प्रतीक, वाक, कल्पना पत्रिकाओं के

सम्पादक मंडल में जगह मिले,

आकाशवाणी के आल इंडिया रेडियो में

हिंदी समाचार विभाग से संबद्ध रहे।

उन्नीस सौ इकहत्तर से 

उन्नीस सौ बयासी तक 

ग्यारह वर्ष रघुवीर सहाय जी

दिनमान के संपादक भी रहे,

"दूसरा रुप" से कवि रुप में

ख्याति पथ पर चमक गये।

अपनी लेखनी से सहाय जी

दृढ़ता से आईना दिखाते थे

भ्रष्टाचार हो या समाज का चित्रण

बखूबी कलम चलाते थे।

मध्यम वर्ग के जीवन चित्रण पर

अद्भुत वो लेखनी चलाते थे,

व्यंग्यात्मक शैली से अपने

आईना भी खूब दिखाते थे।

सांस्कृतिक, राजनीतिक चेतना

कलम से अपने जगाते थे,

समकालीन समाज को वे

शब्दों से जागृति बोध कराते थे।

सीधी साधी भाषा में वे 

मुहावरों का प्रयोग भी करते थे,

भावपूर्ण और व्यंग्यात्मक सृजन

सबको ही खूब लुभाते थे।

साहित्य अकादमी सम्मान से

रघुवीर सहाय जी का सम्मान हुआ,

तीस दिसंबर उन्नीस सौ नब्बे में 

इस प्रखर कलम पुरोधा का

गोलोकधाम को गमन हुआ।

हम सबको ऐसा लगता है 

जैसे एक युग का अंत हुआ,

पर रघुवीर सहाय जी का नाम

ध्रुव तारे सा अमर हुआ।



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