रास्ता बनाना होगा
रास्ता बनाना होगा


बाधाओं से रास्ता बनाना होगा
विघ्नों का नाश्ता पचाना होगा
दुखों को चक्की में पीसकर
सुख को अपनी और लाना होगा
माना कोहरा घना है
आसमान बादलों से सना है
इस कंपन भरे वातावरण में
अपने हिस्से का सूरज खींच लाना होगा
बैठने से काम होगा नहीं,
समय की प्रतीक्षा करते रहे, ये ठीक होगा नहीं
भयावह समय में चलते हुए
पतझड़ में फूल खिलाना होगा।