प्यारी बहना
प्यारी बहना
ऊंगली पकड़ के
चलायी थी तू
सिखाया था घूमना
आज भी तेरी
याद आती है
मेरी प्यारी बहना ।१।
मेरी गलती को
तेरी गलती में
बदलती है तू रोज
मां को कभी
बताती नहीं
मेरी मजबूरी का
रोग। २।
चोरी चुपके से
खाए थे हमने
सीता फल और आम
पिताजी हमें
डांट दिये थे
नहीं खाना और
मान। ३।
आज भी वो बातें
याद हैं मुझे
रोता है दिल। ४।
तुम फिर से
लौट आओ ना
मेरी प्यारी बहना । ५।
भगवान क्यूँ
करते नहीं
हर माह
रक्षा बन्धन
हर माह को
देख पाता
मेरी दीदी का
बन्धन। ६।
खाने को मिलती
मिठाई
हर स्वादिष्ठ
व्यंजन
बहना को पाके
पास
कटते हर दुःख के
मान। ७।
जहाँ भी है
मेरी बहना
अच्छे से रहे
ये ही प्रार्थना करता हूँ
जीवन भर के
लिए। ८।