प्यार का ज्वर
प्यार का ज्वर
प्यार का ज्वर
तेरे नैनों के तीर मेरे मन को छू गए ,
मेरे दिल में उठने लगी प्यार की तरंगें
दिल में झुमने लगी इश्क की उमंगें,
मुझे हो गया हैं जानम तुमसे प्यार। मुझे .....
तूने छूकर मेरे मन की धड़कनें ,
जिंदा हुए मेरे दिल के मरे तराने
कह रही हैं ये झुमके मदमस्त फिजाएं,
मुझे हो गया हैं जानम तुमसे प्यार। मुझे .....
बुरा हुआ हैं मेरे सनम मेरा हाल,
बहक गई है मेरी मतवाली चाल
हलकी पवन से बिखर जाते मेरे बाल,
मुझे हो गया हैं जानम तुमसे प्यार। मुझे .....
मत पूछो मेरे दिलबर, मेरी जान,
सुनो जानम मेरे दिल की धून
कैसे झेलूंगा ये इश्क का तूफान,
मुझे हो गया हैं जानम तुमसे प्यार। मुझे .....
दिन में तुम, रात में तुम,
खुब अड्डा जमाए बैठे खाबों में तुम
दिलों-दिमाग पर छा गए हो तुम,
मुझे हो गया हैं जानम तुमसे प्यार। मुझे .....
मुझे कैद कर लो अपने आंखों में तुम,
अपने आंचल के साये में छुपा लो मुझे तुम
इश्क की आंधी से मुझे काले घने बालों ढक लो तुम,
मुझे हो गया हैं जानम तुमसे प्यार। मुझे .....
जान बख्श दो मेरी मेहरबान होकर तुम,
हमसफर बना लो हमें अपनाकर तुम.
प्यार का तराना मिल कर गायें हम-तुम,
मुझे हो गया हैं जानम तुमसे प्यार। मुझे ....