प्रवाह
प्रवाह
मैं तुम्हारे साथ हूं।
तुम्हारा एहसास हूँ।
हाथ में हाथ तो दो जरा,
देखो मैं तुम्हारा विश्वास हूं।
कमल की तरह जो खिलती रहे।
मैं तुम्हारी मुस्कान हूँ।
गिरते से जो उठाती रहे।
मैं तुम्हारी आन हूं।
जारी रखो मुझे,
मैं तुम्हारा प्रयास हूं।
बहते रहो हर वक्त।
मैं तुम्हारा प्रवाह हूं।