प्रियंका के नाम पत्र
प्रियंका के नाम पत्र
रो रहा हूं बहन तेरी अधजली इस लाश पे
कितना दर्द, कितना अफसोस किया होगा
कितना अपमान, कितनी आग को सहा होगा
महसूस करता हूं कर्ज, आखिरी कतरे का मैं
बिलख बिलख के, उन सांसो को जब तुने लिया होगा।
घर से निकली होगी, सुन्दर जिन्दगी की आस में,
रो रहा हूं बहन तेरी अधजली इस लाश पे।
वैसे तो मैं हिन्दू हूं, संस्कृति को जानता हूं
कानून मे लिखे हर नियम को पहचानता हूं
पर जब बात जानवरों की आती है
तो बस जियो या मरो का भरोसा मानता हूं।
क्या तुने देखी थी इंसानियत, उनकी आंखों में
रो रहा हूं बहन तेरी अधजली इस लाश पे।