प्रीत सवाल करती है !
प्रीत सवाल करती है !
कई सवाल मचलते हैं हर जवाब के बाद
तेरे ख्याल से पहले और तेरे ख्याल के बाद
न जाने क्यूँ ये मेरा दिल धड़कने लगता है
तेरे आने से पहले और तेरे जाने के बाद
तेरी हर एक चाल से वाक़िफ़ थी ऐ मेरे हमदम
तेरे हर एक दाव से पहले हर एक दाव के बाद
न जाने क्यूँ तेरी यादें जीना मुहाल करती हैं
मेरे साँस लेने से पहले साँस लेने के बाद
तेरी कसम तेरा चेहरा ही रू-ब-रू था मेरे
तेरे मिलने से पहले तेरे मिलने के बाद
कहाँ थे एक से हालात मेरे दिल-ओ-जाँ के
तेरा मेरे होने से पहले तेरा मेरा होने के बाद
दिल-ए-नादाँ उसे याद कर जो साथ रहे
तेरे ज़वाल से पहले तेरे ज़वाल के बाद
एक प्रीत ही मुसलसल सवाल करती है
प्रेम पाने से पहले और प्रेम पाने के बाद !