प्रेम वो.....🥀
प्रेम वो.....🥀
प्रेम वो, जो जीने की वजह बता दे...
प्रेमी वो, जो जिंदगी को उत्साह बना दे।
प्रेम वो, जो बदलते वक़्त का चेहरा बता दे।
प्रेमी वो, जो हर पल को ही खुशनुमा बना दे।
प्रेम वो, जो तुझे अपना अतीत भुला दे.....
प्रेमी वो, जो तेरे आज से परिचय करा दे।
प्रेम वो, जो तारों की सैर करा दे,
प्रेमी वो, जो चांद लाकर खिड़की पर बैठा दे।
प्रेम वो, जो दुखों का दरिया पार करा दे।
प्रेमी वो, जो सिर्फ सुखों की चादर में पनाह दे।
प्रेम वो, जो अनगिनत ख्वाब दिखा दे,
प्रेमी वो, जो सपनों को हकीकत से मिला दे।
प्रेम वो, जो रुलाने के सौ बहाने दे,
प्रेमी वो, जो लबों पर मुस्कान के पैमाने दे।
प्रेम वो, जो नैनों में काजल बन जाए,
प्रेमी वो, जो तेरे अश्क अपनी आंखों से बहाए।
प्रेम वो, जो मेंहदी की खुशबू-सा मेहका दे,
प्रेमी वो, जो सिंदूर जैसा मांग को सजा दे।
प्रेम वो, जो तुझको खुद से मिला दे....
और प्रेमी वो, जिसकी आदतों में तू खुद को समा दे।