प्रभु श्री राम हैं
प्रभु श्री राम हैं
सबने पाया यह वरदान है।
हर-जन के प्रभु श्रीराम हैं।।1।।
पुरुषो में उत्तम श्रीराम हैं।
वीरों में योद्धा परशुराम हैं।।2।।
शिव ही एक मात्र ज्ञान हैं।
बाकी सब ही निष्काम हैं।।3।।
जितने सृस्टि के इंसान हैं।
सभी ब्रहम्मा के निर्माण हैं।।4।।
कहने को सब अनज़ान हैं।
बाकी देख रहा भगवान है।।5।।
सबुरी के प्रिय प्रभु राम हैं।
राधा के यूँ श्रीधर श्याम हैं।।6।।
शक्ति में जैसे महाकाल हैं।
भक्ति में वैसे ही हनुमान हैं।।7।।
श्री हरि के अनेकों नाम हैं।
चारों ओर ही उनके धाम हैं।।8।।
माँ बाप होते अभिमान हैं।
अर्पित उनको यह प्राण हैं।।9।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ