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Dhanraj Baviskar

Inspirational

4  

Dhanraj Baviskar

Inspirational

पंजा, पंजा, पंजा

पंजा, पंजा, पंजा

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हर इन्सान को कहना है

औरत से ना टकराना है

जब ओ लडती है तो

हर इन्सान को पछताना है

तो उठता है, उठता है

पंजा, पंजा, पंजा  !

ये जग तो हैैैै सोया हुआ,

हमे उसे जगाना है 

नारीयों पर अत्याचार होता है

सबक हमे सिखाना है

तो उठता है, उठता है

पंजा, पंजा, पंजा  !

दुनिया से लढ जाऊंगी, 

अपनी पहचान बनाऊंगी

इस देश की बेटी होकर

जान की बाजी लगादुंगी

हमें खुद से लड़ जाना है

हर इन्सान को ए दिखलाना है

तो उठता है, उठता है

पंजा, पंजा, पंजा  !


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