पिया ओ पिया ज़रा सुन तो सही
पिया ओ पिया ज़रा सुन तो सही
ज़रा सुन तो सही ओ पिया
क्या कहता है ये मेरा जिया
ज़रा देख तो मेरा पागलपन
सब कुछ भूल जाती हूँ।
बस याद रहता है नाम तेरा
मेरे लबों की हँसी बनकर
हँसता है, मुस्कराता है तू
तुझे याद करने से जिन्दा हूँ मैं।
मेरा जहाँ, मेरी दुनिया है तू
खोयी रहूं तेरे ख्यालों में हरदम
तेरी ही बाँहों में निकले ये दम
पिया ओ पिया ज़रा सुन तो सही।