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Gurminder Chawla

Abstract

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Gurminder Chawla

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पिता

पिता

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सुना है नाम मैंने माँ की ममता का

देखा है साक्षात् मैंने माँ की ममता को।


जिंदगी मेरी बनाने,संवारने मे पिता लीन है

जिंदगी के हर गम में पिता मेरा शरीक है।


कि वक्त कहाँ पिता के पास प्यार दिखाने को

फिर भी मैं जानूँ और पहचानूँ पिता के प्यार को। 


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