पिता है तो धन ध्यान है पिता है तो गर्व और अभिमान है।।
पिता है तो धन ध्यान है पिता है तो गर्व और अभिमान है।।
पिता है तो धन ध्यान है
पिता है तो गर्व और अभिमान है।।
पिता है तो मिलता सम्मान है
पिता है तो कद आसमान है।।
पिता है तो घर में धाम है
पिता है तो घर में भगवान है।।
पिता है तो रिश्ते रिश्तेदार हैं
पिता है तो करने वाला प्यार है।।
पिता है तो रोटी कपड़ा मकान है
पिता है तो सारा जहान है।।
पिता है तो उचा मुकाम है
पिता नहीं तो खालि धरा-धाम है।।