पीला- आनंद और प्रफुल्लता का प्रतीक शीर्षक: प्रसन्नता का प्रतीक
पीला- आनंद और प्रफुल्लता का प्रतीक शीर्षक: प्रसन्नता का प्रतीक
अष्टभुजा देवी हैं हमारी,माँ कूष्माण्डा नाम विख्यात।
ले चक्र, धनुष- बाण सुसज्जित, अमृतपूर्ण कलश है हाथ।
कमल-पुष्प औ गदा, कमंडल, जिनकी हैं यही सब ढाल।
आनंदित कर प्रसन्नता देतीं, इन्हीं से हम हुए हैं सनाथ।
आदि स्वरूपिणी,आदि शक्ति हैं, सुख शांति की देतीं सौगात।
जिनसे हुई ब्रह्मांड की रचना, रिद्धि-सिद्धि देती प्रख्यात।
भक्ति दायिनी उन्नति देतीं, महिमा जिनकी अपरंपार।
पीला रंग इन्हें है भाता, आदि अंत है भाग्य विधाता।
स्मृतियों में हैं सदा विराजित, सृष्टि है यूँ जिनसे लालायित।
माता मेरी सदा है वंदित, उन्हीं से मेरी दुनिया चिन्हित।।