फलों का राजा
फलों का राजा
गरमी आई
आमों की याद आई
मीठे रसीले
विभिन्न प्रकार के
मिलते पीले
सुंदर रंग लिए
रौनक होते
बाजार के घर के
नामों को जानिये
दशहरी हापुस
लंगड़ा चौसा
हां जो है न लंगड़ा
और बादामी
मालदा तोतापुरी
तोते जैसा मैं
तोतापुरी आंध्रा से
हापुस मीठा
हिमसागर पीला
बैगनफल्ली
नाम अनेेेकों पर
सबके सब
मीठे गुदैले पीले
मुस्काते सब
देख मुझे छोडते
न संग मेरा
बनाते खट्टी मिट्ठी
मस्त मिष्ठान
खाते सब ले स्वाद
संतुष्ट होते
इसलिए कहाता
फलों का राजा।