पहली मुलाकात
पहली मुलाकात
1 min
282
एक सुहानी सी सुबह थी
मैं उनकी यादों में खोई थी
जागी थी आंखें मगर मैं सोई थी
तभी मेरी नज़रों ने उनका दीदार किया
जो दिल मे था प्यार वो आंखों में आ गया
नज़रों से नज़र मिली दिल से मिला दिल
मेरे सूने से दिल मे सज गयी एक महफ़िल
हुज़ूर हमारी निगाहों के शिकार हो गए
मुस्कराहट पर निसार हो गए
हम उनकी मुहब्बत के तलबगार हो गए
फिर क्या था 'मन'दो जिस्म एक जान हो गए।