पहला प्यार
पहला प्यार
प्यार का एहसास, अपने
आप में कुछ ख़ास
मध्यम-मध्यम सा नशा,
प्रियतम से मिलने की इल्तिजा
सूरज के ढलने का इंतजार,
चाँदनी रात में प्रेमिका के
चाँद से चेहरे का दीदार,
मदहोशी का आलम,
कहीं हवा की सरसराहट,
धड़कनों का बढ़ना,
भावनाओं का मचलना
कौन बात पहले करे ,
ये सोच कर पल-पल घबराना
शांत सा माहौल ,
उसमें मच्छरों का गुनगुनाना
रात की रानी की महक,
उसमें आँखों ही आँखों में शर्माना
दिल ही दिल में बहुत
कुछ कहने की चाहत
पर ज़ुबां पे आते ही चुप हो जाना
मंद -मंद मुस्काना, सामने
प्रियतम है और यहाँ -वहाँ
का फ़साना गाना...
मोहब्बत की शुरुआत,
भूख लगे न प्यास
कोल्ड्रिंक और कुरकुरे के
साथ करे टाइम पास
मिले बिना रहा न जाये ,
मिल के कुछ कहा न जाये
एक प्यारा सा एहसास,
जीवन में छा जाए जैसे बहार
कुछ भी नज़र न आये,
बस महबूब की आवाज़
कानों में सुर-ताल सुनाए...
मन कहीं भी न लगे,
महबूब हर जगह दिखे
सजना -संवरना शुरू होने लगा
कपड़ों से भी इत्र महकने लगा।।
प्रेमी का प्रेमिका के हाथों में हाथ
जीने -मरने की कसमों का
सिलसिला शुरू होने लगा।
प्यार का अनुभव एक ऐसा एहसास
जिसके दिल मे अंकुर फूटे
उसके चेहरे में हर-पल
रहे मुस्कुराहट
एक सोंधी सी महक उड़ने लगे
जुदाई में सेकंड भी घंटा लगने लगे
दिल धड़कने लगे जोरों से
प्रियतम और प्रियतमा को रहे
हमेशा अगली मुलाकात का इन्तजार ।।