पहेली बनेगी अपनी सहेली
पहेली बनेगी अपनी सहेली
पहेली सी जिन्दगी जाने क्या क्या दिखाती है
कभी रुलाती हमको अचानक हमें हंसाती है,
जान नहीं पाया कोई कल क्या होने वाला है
कोई दिल जोड़ने वाला है या तोड़ने वाला है,
फिर भी अपना जीवन खुशी खुशी जीना है
कोई जहर दे तो भी शहद समझकर पीना है,
खिले हुए गुलाब जैसा हमें सदा मुस्काना है
अपने चेहरे को केवल मुस्कान से सजाना है,
जिन्दगी की हर पहेली को हमें सुलझाना है
सीधा सरल सच्चा अपना स्वभाव बनाना है,
औरों के लिए जब हम ना बनेंगे कोई पहेली
जिन्दगी होगी आसान बनकर अपनी सहेली!