पाप
पाप
जिंदगी में किसी को दुःख देना नहीं
पुण्य को छोड़ के पाप कभी करना नहीं
किसी के दिल को कष्ट कभी देना नहीं
पुण्य को छोड़ के पाप कभी करना नहीं
अपनी वाणी में कड़वी बोलना नहीं
पुण्य को छोड़ के पाप कभी करना नहीं
पिता माता को कभी रुलाना नहीं
पुण्य को छोड़ के पाप कभी करना नहीं
किसी भोले आदमी को कभी लूटना नहीं
पुण्य को छोड़ के कभी पाप करना नहीं
किसी गरीब को कभी रुलाना नहीं
पुण्य को छोड़ के कभी पाप करना नहीं
किसी लड़की को प्यार करके धोका देना नहीं
पुण्य को छोड़ के कभी पाप करना नहीं
कभी किसी के जिंदगी को बरबाद करना नहीं
पुण्य को छोड़ के पाप करना नहीं
किसी अनजान व्यक्ति को हैरान करना नहीं
पुण्य को छोड़ के पाप करना नहीं
गुरु गोविंद को कभी निंदा करना नहीं
पुण्य को छोड़ के कभी पाप करना नहीं।