नसीब
नसीब
यूँ ना मिलाओ नजरे जानम
वरना हो जायेगा प्यार हमसे
आँखों मे छुपाकर रखोगे ऐसे
तो कैसे करेंगे दिदार तुमसे |
भरी महफ़िल मे छुपाते है खुदको
ताकि कोई ना करे शक हम पे
नही लगने देंगे लोगों को ख़बर
हमने की है जान कुर्बान तुमपे |
दिल ही दिल मे जताते है मोहब्त
पिघलते है यूँ देखकर आपको
कतरा कतरा गुजरती है राते
आपके ही आते है ख़्वाब हमको |
दिल में है हर वक्त आपकी ख़्वाहिश
मांगा है सिर्फ आपको दुआओँ में
होठों पे है नाम आपही का दिलबर
पता है आप नही हमारे नसीब में |