नमक की अहमियत
नमक की अहमियत
जिस पीढ़ी की औरतों को
हम अबला और अनपढ समझते हैं
जाने उसने अपने जीवन में
कौन सा गणित पढ़ रख था
जीने के लिए
इन्हें सिर्फ जोड़ना ( ) आता था घटाव, गुना भाग से अनभिज्ञ थीं वो( - ×÷)
घर भर के ताने = मौन
पति की डांट =आँचल में छुपे आँसू
बच्चों की जिद = कचोटती ममता मुस्कान भरी सांत्वना के साथ ।
इन सूत्रों के सहारे इनका सारा जीवन कट जाता था ।
यूँ तो कहने को अपने ही घर में इनकी कोई अहमियत नहीं थी ।
पर हकीकत में बिल्कुल खाने में नमक सी थीं वो।