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Devashri Pujari

Romance

4.2  

Devashri Pujari

Romance

नींद की चादर छलनी है

नींद की चादर छलनी है

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असर तेरी बेवफ़ाई का,

मुझपे ऐसा छाया है।


दिन रात तेरी यादों ने,

मुझको बेहाल कर दिया है।


चैन से जी भी ना पाऊँ

ऐसा हाल मेरा हुआ है।


तेरी यादों ने मेरी नींद की

चादर को छलनी किया है।


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