नाविक
नाविक
जब अच्छी आदतें आपके घर में घर बना ले।
बुरा वक्त दरवाज़े से ही लौट जाता है।।
जब हँसने हँसाने का घर में सिलसिला बन जाएI
परिवार का अर्थ सार्थक बन जाता है।।
जब अपनों से ही अपना जीवन संवरने लगे।
नाविक डूब कर भी तैर जाता है ।
हाथों की लकीरों को टाल जाता है।।