मुस्कान
मुस्कान
जीवन है ईश्वर की नियामत, सबको हँस कर जीने दो,
बोल दो मुंह से मीठे बोल, चेहरों पर मुस्कान आने दो।
खिलने दो बागों में फूल, भौंरों को जरा गुनगुनाने दो,
गिरने दो आसमान से बारिश, धरती का आँचल भिगोने दो।
चेहरों पर लाकर मुस्कान जरा, खुद को खुशियों से जीने दो।
सुबह जो निकलती सूरज की किरणें, धरा में मुस्कान बिखरने दो,
रात को निकलती चाँद की चाँदनी, बादलों के पीछे छुपने दो।
निकलते रात को तारे हजारों, अंधकार को भी चूमने दो,
घूमे बादल श्वेत धवल, खुले आसमान में विचरने दो।
चेहरों पर लाकर मुस्कान जरा, खुद को खुशियों से जीने दो।
वृन्दावन में उड़ता होली का फाग, मन को सराबोर होने दो,
कान्हा बजाए मुरली की तान, कानों में मिश्री घुलने दो।
कृष्ण ने किया कंस का संहार, द्वारका को आजाद होने दो,
राम लौटे सीता के संग, अयोध्या को आनंदित होने दो।
चेहरों पर लाकर मुस्कान जरा, खुद को खुशियों से जीने दो।
सीमा पर लड़ते वीर सिपाही, राष्ट्र की सुरक्षा करने दो,
हिमालय खड़ा सजग और अटल, देश का मान बढ़ने दो।
युद्ध जीतते सारे शूरवीर, झंडा ऊँचा फहराने दो,
झंडा ऊँचा रहे हमारा, राष्ट्र को अजेय रहने दो।
चेहरों पर लाकर मुस्कान जरा, खुद को खुशियों से जीने दो।
जंगल में रहते सारे जानवर, इन्हें मुक्त विचरने दो,
मील अंबर में उड़ते पक्षी, उन्हें भी कलरव करने दो।
खिल उठे खेत खलिहान, किसान को हर्षित होने दो,
न छीनो बच्चों से बचपन, उन्हें आज बचपन जीने दो।
चेहरों पर लाकर मुस्कान जरा, खुद को खुशियों से जीने दो।
न करो बुढ़ापे का अपमान, बुजुर्गो को सम्मान से जीने दो,
माता पिता का रखो मान, दिल से आशीष निकलने दो।
मन में रखो अच्छे भाव, सदाचार को पनपने दो,
बेसहारा को देकर सहारा, खुशियों से मन को बहकने दो।
चेहरों पर लाकर मुस्कान जरा, खुद को खुशियों से जीने दो।
रहो सब मिलकर एक साथ, परिवारों को जुड़कर रहने दो,
न हो कोई जीवन में अकेला, संयुक्त परिवारों में पलने दो।
न जाए कोई बुजुर्ग वृद्धाश्रम, अपनों के बीच रहने दो,
बुजुर्गो को देकर उचित सम्मान, होठों पर मुस्कान आने दो।
चेहरों पर लाकर मुस्कान जरा, खुद को खुशियों से जीने दो।
अपनाकर जीवन का सही मार्ग, जीवन को प्रशस्त होने दो,
त्याग दो सारे गलत व्यवहार, मन में सदाचार पनपने दो।
न फैलाओ मन में वैमनस्य, प्रेम भाव में बंधने दो,
न रहे कोई गिले शिकवे, मन को प्रसन्नचित्त होने दो।
चेहरों पर लाकर मुस्कान जरा, खुद को खुशियों से जीने दो।