Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Ervivek kumar Maurya

Romance Tragedy

4  

Ervivek kumar Maurya

Romance Tragedy

मुझे साथ अपने लेके चलता नहीं

मुझे साथ अपने लेके चलता नहीं

1 min
192


मुझे इतना प्यार वो करता ही नही

मुझे साथ अपने लेके चलता ही नही


मुझे इश्क है तुझसे,तेरे हुस्न से नही

पर मेरी बात का यकीं वो करता ही नही


भूखा रहता हूँ,प्यासा रहता हूँ

तेरे बिन वो सनम रुवासा रहता हूँ,

मेरी आंसुओं की कीमत वो पहचानता नही


दर-दर भटकता रहता हूँ,पल-पल घुटता रहता हूँ

मेरे इस दर्द-ए-दिल को वो जानता नही


तुम्हें याद है या भूल गई हो सारी बातें

मेरे सर को गोद में वो अब रखता ही नहीं


तुम मानो या न मानो मुझे प्यार है तुम्ही से

ये' हेमू' तेरा आशिक किसी से डरता नहीं

तुझे प्यार करने में पीछे हटता नहीं


मुझे इतना प्यार वो करता ही नहीं

मुझे साथ अपने लेके चलता ही नहीं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance