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V. Aaradhyaa

Inspirational

4.5  

V. Aaradhyaa

Inspirational

मतवाली होली

मतवाली होली

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देखो मतवाली आई होली 

रंगों ने अपनी गठरी खोली ।


खेलन को आई कान्हा

तेरे भक्तों की टोली।


कोरी -कोरी हाँडी में

केसर भी मैंने घोली ।


नीली पीली सतरंगी

भीगी है चुनरी चोली।


चुपके -चुपके कान्हा पर

राधा ने गागर ढोली।


राधे रानी सुकुमारी

सूरत है प्यारी भोली।


फूलों जैसे अधरों से

बोले मिश्री सी बोली।


धरती से अंबर खेले

रिमझिम बूँदों से होली।


आजा कान्हा खेलेंगे

हम भी बन के हमजोली।



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