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Sarita Kumar

Romance

4  

Sarita Kumar

Romance

मतलबी

मतलबी

1 min
421


हां , मैं मतलबी हूं 

मैं तुम्हें तुम्हारे लिए नहीं 

खुद के लिए प्यार करती हूं 

बेइंतहा और बेशुमार करती हूं 

मगर ...... 

अपनी खुशी , 

अपनी चाहतों के लिए बेहिसाब करती हूं ।

बगैर दीदार के होती नहीं सुबह मेरी 

दिन भी अनमना सा गुजरता है 

और ......

जब रात होती है , 

तो पूछो मत क्या हाल होती है .....

मतलबी हूं मैं 

अपने मतलब से तुम्हारा इंतज़ार करती हूं 

मेरा प्रेम प्यार , नेह स्नेह , राग अनुराग ....

सब मेरे मन के सुकून का साधन है 

मैं स्वीकार करती हूं 

तुम्हें , तुम्हारे लिए नहीं 

खुद के लिए बेहद प्यार करती हूं.हां , मैं मतलबी हूं 

मैं तुम्हें तुम्हारे लिए नहीं 

खुद के लिए प्यार करती हूं 

...


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