मृत्यु शाश्वत है
मृत्यु शाश्वत है




वेदों, उपनिषदों,
दुनिया के तमाम धर्म ग्रन्थ
कहते है, मृत्यु
शाश्वत सत्य है
यह तथ्य निर्विवाद है
जो भगवान की तरह
पूजे गए
जिन्होंने विज्ञान के सहारे
दुनिया को जीत लिया
दुनिया पर किया राज
उस सिकन्दर ने भी माना
जीत लो चाहे सब कुछ
नहीं जीत पाओगे
मृत्यु को
फिर भी
यह तेरा, यह मेरा
के फेर में उलझा
इंसान
करता है लड़ाई
झगड़े, फसाद
इसी से होता है
मानव सभ्यता का
विनाश
सभ्यता, संस्कृति का ह्वास
ओ मनुज़
जानते हो कि एक दिन
मृत्य तुम्हें भी लील लेगी
तुम
अपने प्राप्त अधिकारों
के दम्भ में
क्यों करते हो सभ्यता,
संस्कृति और मानवता का
संहार
तुम्हारी ताकत को
वसुधैव कुटुम्बकम
के भाव से सजाओ
देश, दुनिया को
प्यार का संदेश देकर
सहअस्तित्व की भावना से
इस तरह सींचो कि
पूरी दुनिया में
सत्यम, शिवम, सुंदरम
का प्रसार हो
हर प्राणी के मन मे रहे
मृत्य शाश्वत सत्य है
इसे कोई नहीं जीत सकता
जीती हुई दुनिया भी
किसी के साथ नहीं मरती!