मरने से पहले की आखरी ख्वाहिश
मरने से पहले की आखरी ख्वाहिश
प्रकृति का एक नियम हैं, जाना सबको इस जहाँ से हैं !
छोड़कर अपने सारे सगी सम्बंदित मिलना पांच तत्व मे हैं !
जाना ईश्वर के दरबार मे हैं !
होना जाहा कर्मो का हिसाब हैँ !
मेरे भी बहुत बड़े ख़ाब हैं !
खेलना मुझे अपने देश के लिए फुटबॉल हैं !
अपने खेलसे सबको करना प्रभावित हैं !
करना नाम अपने देश का और
मनवाना देश का लोहा हर देश मे हैं !
करनी मदद उनकी और बनना
उनका सहारा जो बेसहारा हैं !
देना उनको घर हैं जो बेघर हैं !
बनके ख़ुद कुछ और जिनके पास हैं
सामर्थ्य कुछ बनने का उनको सफल बनाना हैं !
अपना कमाया हुआ पैसा अच्छे कामो मे लगाना हैं !
कोई ना रहें भूखा और निर्धन मेरे जहाँ मे
ऐसा मुझको अपना जहाँ बना हैं !
सबके पास हो घर और गाड़ी और भूखा
नहीं भर पेठ सबको खाना खिलाना हैं !
बच्चे सारे जाये स्कूल,
करें नहीं काम ऐसा भी बनाना हैं मुझे उसूल !
जो चाहूं वो हो ऐसी हैं खुदा से गुजारिश !
और मरने से पहले की मेरी ये हैं आखरी ख्वाहिश !