मनवा
मनवा
मनवा ओ रे मनवा
क्यूँ है तू बेखबर
तुझको ना है फिकर
उड़ चला है किधर
बंद दरवाजे है जिधर
करते ना जो कदर
याद करता है तू
उनको क्यूँ ??
ओ रे मनवा मनवा रे
तू आजा इधर ना तू जा उधर
तू आजा इधर ना तू जा उधर
मनवा रे ओ रे मनवा रे
वक्त भी अजीब है
अजनबी करीब है
चाहता कोई और है
ख्वाहिश कोई और है
ओ रे मनवा रे.....