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Anshita Dubey

Romance Inspirational

4  

Anshita Dubey

Romance Inspirational

मंलग बनना है

मंलग बनना है

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मुझे

तुम्हारा मुक़म्मल इश्क़ नहीं,

तुम्हारा सुकून बनना है !

तुम्हारी ज़िंदगी नहीं,

तुम्हारे लम्ह़े का जुनून बनना है !

हाँ मुझे,

तुम्हारा मुक़म्मल इश्क़....


मुझे

तुम्हारी आख़िरी मंज़िल नहीं,

तुम्हारा दौड़ता सफ़र बनना है !

तुम्हारी ताउम्र सिसकती यादें नहीं,

तुम्हारे कुछ अश्क़ बेख़बर बनना है !

हाँ मुझे,

तुम्हारा मुक़म्मल इश्क़....


मुझे

तुम्हारे मन का सतरंगी आसमां नहीं,

सिंदूर का लाल चुटकी रंग बनना है !

तुम्हारे ख़्बाबों का गुज़रा किस्सा नहीं,

ढूंढे तुम्हारा आज जिसे वो मलंग बनना है !

हाँ मुझे,

तुम्हारा मुक़म्मल इश्क़....


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