मजबूत काँधे
मजबूत काँधे
कहते है कि मजबूत काँधें बहू
बेटियों की जरूरत होते है ।
पर समझ नहीँ आता,
ये मजबूत काँधे हमेशा किसी के
सहारे ही क्यों मजबूत होते है ?
देखा है हमेशा इन मजबूत काँधों को
किसी कोमला का सहारा लेते हुये।
कभी भावनाओं का सहारा,
तो कभी जिन्दगी का सहारा।
इन मजबूत कांधो का बिना सहारा
काम नहीं चलता।
चला जाय जो जीवन साथी छोड़कर,
तो तुरन्त दूसरे सहारे की जरूरत इन्हे पड़ जाती है।
अकेले तो ये अपना परिवार भी नहीं संभाल पाते है।
मजबूत काँधे सिर्फ नाम के है,
इन्हें मजबूती तो किसी कोमलांगी से मिलती है।