मिस्टर पति
मिस्टर पति
Mr. पति तुम पर depend हूं मैं
हाँ मैं हूँ एक सशक्त नारी, ना हूँ मैं बेचारी, ना कोई लाचारी
कई कमियों, कई खूबियों का blend हूँ मैं
पर पति तुम पर depend हूँ मैं
कई बार तुम्हारी बातों पर नाराज़ हो तुमसे लड़ती हूँ
कई बार कई अनकही तुम्हारी बातों से ही निखरती हूँ
अच्छा लगता है जब कहते हो कि तुम्हारी friend हूँ मैं
तो पति खुश हो लो, तुम पर depend हूँ मैं
है खुद का एक अस्तित्व मेरा, पहचान तुम्हारे नाम से है
ना ज़ोर कोई ना ही सख्ती, सम्मान तुम्हारे नाम से है
आधुनिकता और परम्परा की चलती फिरती Trend हूँ मैं
अच्छा लगता है पति कि तुम पर Depend हूँ मैं
मेरी हर ख्वाहिश को जब तुम, अपना कर्तव्य समझते हो
और मेरी गलत चाह को जब मेरी कमज़ोरी कहते हो,
तुम्हारे इस ख्याल से देखो अब बिल्कुल Mend हूँ मैं
इसलिए तो पति तुम पर depend हूँ मैं.
जब अनजाने डर का साया, कई बार सताता है मुझको
मेरी हर मुश्किल दूर भगाने की ज़िद में रखते खुद को
जब कहते हो, तुम बढ़ो आगे, मत डरो, तुम्हारा Back end हूँ मैं
तो गर्व से कहती हूँ पति कि तुम पर depend हूँ मैं।