महाभारत है ये
महाभारत है ये
रणभूमि भी तैयार हैं
ये वक़्त की दरकार है
महाभारत हैं ये,
यहाँ सामने सभी तेरे आपने है
जो खून के है प्यासे
वो साथी बचपन के हैं
इन सब से लड़ेगा तू
अपने हाथों की कपकपाहट को तू थाम ले
इन आँसुओ को पी ले तू
उखड़ती साँसो पे तू ध्यान दे
महाभारत ही ये
अब ना कोई राघव तेरे रथ को चलाऐगे
ना कोई तुझे गीता का पाठ पढ़ाऐगे
उठ तुझें अपनी लड़ाई खुद है लड़नी
तू वो शाखा नहीं जो आंधियों में टूट जाये
तू वो घरौंदा नहीं जो पानी संग बह जाये
एक योद्धा है तू
रक्षा तुझे करनी है अपनी
महाभारत है ये
लड़ाई तुझे लड़नी है अपनी