मेरी तकदीर
मेरी तकदीर
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तकदीर से मिली अनोखी तकदीर हो तुम,
जो दिल से अंतिम साँस तक न मिट सके
वैसी अमिट लकीर हो तुम।
तुम्हारा कोई मिसाल नहीं,
बेमिसाल हो तुम
जिसकी तुलना किसी से हो नहीं सकता,
वैसी नजीर हो तुम।
निहारता रहूँ दिन -रात दिल,
दिमाग और नजरों से तेरी रूप को,
ऐसी अद्भुत,अतुल्य तस्वीर हो तुम।
मैं तेरे लिए बना हूँ या नहीं !
पर तुझे रब ने मेरे लिए ही बनाया है।
खाली दिल, सुनी जिंदगी में तुझे मेरे लिए
फरिश्ते बनकर है उतारा।