मेरी फ़िक्र ना करना
मेरी फ़िक्र ना करना
वजह बेवजह बहुत हुई थीं बातें।
दिन थे छोटे पर बड़ी लम्बी रातें।
अच्छा था जितना भी साथ रहा।
किसी से तो अपना भी हाल कहा।
अपने बीच मर्यादा की रेखा है।
तुमने तो मुझे रोते भी देखा है।
मेरे अश्कों का कभी ज़िक्र ना करना।
मैं ठीक हूँ तुम मेरी फ़िक्र ना करना।