मेरी ग़ज़ल
मेरी ग़ज़ल
ऐ मेरी ग़ज़ल,
सुन मेरी ग़ज़ल।
ऐसी है,कैसी है,
तेरे जैसी है ग़ज़ल।
चाँद रोशन है,
चांदनी है ग़ज़ल।
मचलती अल्हड
रागिनी है ग़ज़ल।
तेरे ख़यालों की
बानगी है ग़ज़ल।
बादे -शबा जैसी
ताज़गी है ग़ज़ल।
खट्टी मीठी सी
रवानगी है ग़ज़ल।
ख़ुदा की बस
बंदगी है ग़ज़ल।
ऐ मेरी ग़ज़ल,
सुन मेरी ग़ज़ल।
ऐसी है,कैसी है,
तेरे जैसी है ग़ज़ल।
चाँद रोशन है,
चांदनी है ग़ज़ल।
मचलती अल्हड
रागिनी है ग़ज़ल।
तेरे ख़यालों की
बानगी है ग़ज़ल।
बादे -शबा जैसी
ताज़गी है ग़ज़ल।
खट्टी मीठी सी
रवानगी है ग़ज़ल।
ख़ुदा की बस
बंदगी है ग़ज़ल।