मेरे हो जाओगे
मेरे हो जाओगे


ये शाम की तन्हाई और तेरी यादों का आलम
तुम कभी आते नहीं और यादें तेरी जाती नहीं
उस पर ये बारिश की बूँदें, मन में आग लगाती है
तेरे आने की आस बढ़ाती है,
बादल भी शोर मचाते हैं ,गरज गरज के कहते हैं
तुम मुझसे मिलने आओगे
अपनी झूठी जिद्द को लेकर,ऐसे कब तक दूर रहोगे
यादें मेरी तुमको भी तड़पायेगी
वो प्यारे मीठे बीते पल याद तुम्हे भी आयेंगे
सारे शिकवे भूल के मुझको गले लगाओगे
बस इतना सा ही सच है अपना,तुम मेरे हो
और सदा के लिए बस मेरे हो जाओगे।।