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Hardik Mahajan Hardik

Abstract Inspirational

4.0  

Hardik Mahajan Hardik

Abstract Inspirational

मेरे हमसफ़र

मेरे हमसफ़र

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440


मेरे हमसफ़र मुझसे

ना रहना बेख़बर,

ले लो मेरी खबर क्योंकि 

मैं हूं तेरा हमसफ़र,

मुझे नहीं किसी कि कोई

है खबर बस तेरे 

सफर पर हूं मैं....

और मेरे सफर पर है तू

साथ हम दोनों इक दूजे के

साथ कभी नहीं छूटेगा

हमसफ़र सुनो करते हैं,

हम दोनों वादा निभाएंगे।

सात जन्मों जनम नहीं,

किसी की हमें कोई खबर

हम दोनों रहेंगे मिलकर 

साथ बेखबर प्रेम के बंधन में

जब बंध जायेंगे, ख़ुशियों 

के घर आंगन में होंगे हम दोनों

मैं...और मेरा तू हमसफ़र

बस यही अरमान होंगे हम 

दोनों के हमेशा सात

जन्मों जन्म

बंधन में बंध जाएंगे 

हम दोनों 

जब बेख़बर इक दूजे 

के हमसफ़र..!!


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